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अनुसंधान व समंक का अर्थ तथा समंको का स्रोत Source of Data
अनुसंधान का अर्थ।
अनुसंधान की परिभाषाऍ।
समंक का अर्थ।
समंको के स्रोत।
प्राथमिक व द्वितीय समंको का संग्रहण कैसे होता है।

अनुसंधान व समंक का अर्थ तथा समंको का स्रोत

इसके अंतर्गत हम इन सभी बिंदुओं को देखेंगे-


1-अनुसंधान का अर्थ।
2-अनुसंधान की परिभाषाऍ।
3 समंक का अर्थ।
4-समंको के स्रोत।
5-प्राथमिक व द्वितीय समंको का संग्रहण कैसे होता है।

1-अनुसंधान का अर्थ (Meaning of Research)

अनुसंधान शब्द को अंग्रेजी भाषा में रिसर्च (Research) कहा जाता है, रिसर्च दो शब्दों से मिलकर बना है रि + सर्च, रि अर्थ है बार-बार तथा सर्च का अर्थ है खोज करना अथवा खोजना है।
अतः अनुसंधान वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा अनुसंधानकर्ता किसी विषय को बार-बार खोजता है जिसके माध्यम से वह उनके विषयों में विभिन्न समंको (Data) को एकत्रित करता है तथा अनेक विश्लेषण के आधार पर उसके संबंध में अपना निष्कर्ष निकालता है।

2 अनुसंधान की परिभाषाएं (Definition of Research)

जॉन वेस्ट, के अनुसार
“अनुसंधान ऐसी व्यवस्थित प्रक्रिया है जो नई खोज करती है तथा संकलित एवं सुसंगठित ज्ञान का विकास करती है।’

सी.सी. क्रोकाड, के अनुसार
“अनुसंधान किसी समस्या के अच्छे समाधान के लिए क्रमबद्ध तथा विशुद्ध चिंतन एवं विशिष्ट उपकरणों के प्रयोग की विधि है।”

3-समंक का अर्थ (Meaning of Data)

सामान्य शब्दों में समंकों का अर्थ तथ्यों के उन समूहों से होता है, जिन्हें संख्याओं में व्यक्त किया जा सके, जिन्हें शुद्धता के एक उचित स्तर द्वारा गिना या अनुमानित किया जा सके। अर्थात किसी पूर्व निश्चित उद्देश्य के लिए जिन्हें एकत्रित किया जाता है और जिन्हें एक-दूसरे से संबंधित रूप में प्रस्तुत किया जाता है। समंक (data) कहलाते हैं।

4-समंको के स्रोत (source of data)

समंको (Data) के दो प्रकार के स्रोत है-

(क) प्राथमिक समंक (Primary Data)

उन संमको को प्राथमिक संमक कहते है जो अनुसंधानकर्ता द्वारा पहली बार प्रारंभ से अंत तक बिल्कुल नए सिरे से एकत्रित किए जाते हैं।

(ख) द्वितीयक समंक (Secondary Data)

द्वितीयक समंक वे संमक है जो पहले ही अन्य व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा एकत्रित व प्रकाशित किए जा चुके हैं और अनुसंधानकर्ता उन संमको का प्रयोग करता है।

प्राथमिक संमको का संग्रहण (Collection of Primary Data)

प्राथमिक संमको का संग्रहण निम्न तरीकों से होता है-

1-प्रत्यक्ष व्यक्तिगत अनुसंधान (Direct Personal
Investigation)

इस रिति के अंतर्गत अनुसंधानकर्ता स्वयं अनुसंधान क्षेत्र में जाकर सूचना देने वाले से प्रत्यक्ष रूप से व्यक्तिगत संपर्क स्थापित करता है।

2-अप्रत्यक्ष मौखिक अनुसंधान (Indirect Oral Investigation)

इसके अंतर्गत सूचना देने वाले से प्रत्यक्ष रूप से सूचना प्राप्त नहीं की जाती है बल्कि दूसरे व्यक्तियों या साक्षियों से मौखिक पूछताछ द्वारा संमक प्राप्त किए जाते हैं।

3- सूचको द्वारा अनुसूचियां बनवाकर सूचना प्राप्ति (Investigation Through Schedules to be Filled in Informants)

इस रीति के अनुसार अनुसंधानकर्ता सर्वप्रथम जांच से संबंधित प्रश्नों की एक अनुसूची या प्रश्नावली तैयार करता है फिर वह उन प्रश्नावली को सूचना देने वालों के पास भेजता है जो उसे भर कर वापस देते हैं।

4-स्थानीय स्रोतों से सूचना प्राप्त (Information Through Local Source)

इसमें अनुसंधानकर्ता द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थानीय व्यक्ति नियुक्त किए जाते हैं जो समय-समय पर अधिकतर अपने अनुभव के आधार पर सूचना भेजते हैं।

द्वितीयक समंको का संग्रहण (Collection of Secondary Data)

द्वितीयक समंको को निम्न प्रकार से इनका संग्रहण किया जाता है जोकि प्रकाशित व अप्रकाशित दोनों ही प्रकार के स्रोत हो सकते हैं।

(क) प्रकाशित स्रोत

विभिन्न विषयों पर सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं तथा अन्य अनुसंधानकर्ता प्राथमिक अनुसंधान द्वारा महत्वपूर्ण समंक एकत्रित करके उन्हें समय-समय पर प्रकाशित करते रहते हैं जिसका विभिन्न व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया जाता है, प्रकाशित स्रोत निम्न प्रकार के हैं।

1-अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन

विदेशी सरकारें तथा अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रकाशनों का द्वितीयक समंक के रूप में प्रयोग किया जाता है।

2-सरकारी प्रकाशन

केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित समंको को समय-समय पर प्रकाशित करते हैं।

3-समितियों व आयोग की रिपोर्ट

सरकार विभिन्न विषयों पर जांच कराने तथा विशेषज्ञों की राय प्राप्त करने के लिए जांच समितियां तथा आयोग नियुक्त करती है जिसके प्रतिवेदनों से अत्यंत उपयोगी संमक प्राप्त होती है।

4-पत्र पत्रिकाएं

पत्र पत्रिकाएं भी द्वितीयक समंको के महत्वपूर्ण साधन है।

(ख) अप्रकाशित स्रोत

अप्रकाशित रूप से भी द्वितीयक समंक उपलब्ध हो जाते हैं अनेक अनुसंधानकर्ता विभिन्न उद्देश्यों से सामग्री संकलित करते हैं जो प्रकाशित नहीं कराई जाती है अधिकतर अप्रकाशित सामग्री व्यक्तियों या व्यापारिक संघों के सदस्यों के निजी उपयोग के लिए होती है।

कहीं आप इन्हें देखना भूल तो नहीं गए।

3 thoughts on “अनुसंधान व समंक का अर्थ तथा समंको का स्रोत Source of Data<br> अनुसंधान का अर्थ।<br>अनुसंधान की परिभाषाऍ।<br> समंक का अर्थ।<br>समंको के स्रोत।<br>प्राथमिक व द्वितीय समंको का संग्रहण कैसे होता है।”

  1. Sir mujhe statistics ki notes PDF chahiye kya aap meri help karoge plz sir

    Mai bcom kar raha hu iss sal first year me hu mujhe sare notes ki PDF dila do mai telegram par bhi hu aur apki koi official channel hai to bata dijiye!

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